फिल्मों में नायक से लेकर खलनायक और अब हाल रिलीज हुई फिल्म ‘कपूर एंड सन्स’ में दादाजी की भूमिका निभा चुके अभिनेता ऋषि कपूर पांच दशकों से हिंदी सिनेमा पर राज कर रहे हैं।
बॉलीवुड के शोमैन यानी राज कपूर के बेटे और निर्माता-निर्देशक व अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के पोते हैं। रोमांटिक किरदारों के साथ लोगों के बीच उनकी चॉकलेटी छवि खूब सराही गई।
ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर, 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ। उनकी मां का नाम कृष्णा राज कपूर है। उनके घर का नाम चिंटू है। रणधीर कपूर और राजीव कपूर नाम के उनके दो भाई हैं। रणधीर कपूर और राजीव कपूर दोनों ही बॉलीवुड अभिनेता हैं।
ऋषि कपूर ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई अपने भाइयों के साथ कैम्पियन स्कूल, मुंबई और उसके बाद आगे की पढ़ाई मेयो कॉलेज अजमेर से पूरी की। वह बॉलीवुड में कपूर खानदान की तीसरी पीढ़ी हैं।
ऋषि कपूर की शादी बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू कपूर से हुई है। उन्होंने उनका साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया है।
ऋषि कपूर और नीतू ने शादी से पहले एक-दूसरे को पांच साल तक डेट किया, उसके बाद वे शादी के बंधन में बंध गए।
उनके दो बच्चे हैं- रणबीर कपूर और रिधिमा कपूर। रणबीर कपूर अपने पिता ऋषि कपूर की तरह बॉलीवुड के चॉकलेटी हीरो हैं।
ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा की शादी बिजनेसमैन भारत साहनी से हुई है। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियां करीना कपूर और करिश्मा कपूर ऋषि कपूर की भतीजी हैं।
उन्होंने वर्ष 1970 के दशक में ‘मेरा नाम जोकर’ के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इसमें वह अपने पिता के बचपन के किरदार में नजर आए थे, जो किशोर अवस्था में टीचर से प्यार करने लगता है।
ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में बतौर एक्टर 1973 में फिल्म बॉबी से किया था। इस फिल्म में उनके अपोजिट डिंपल कपाड़िया थीं। फिल्म से उनके और डिंपल के प्रेम के किस्से सुखियों में थे। ऋषि कपूर ने अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया है।
उन्होंने बतौर अभिनेता 51 फिल्मों में अभिनय किया है। चॉकलेटी हीरो के रूप में उन्होंने अपनी खास पहचान बनाई और बॉलीवुड कई रोमांटिक हिट फिल्में दीं। अभिनय की दुनिया में तहलका मचाने के बाद, ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म ‘आ अब लौट चले’ निर्देशित की।
ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार को निभाया था, लेकिन फिल्म ‘अग्निपथ’ में उनकी खलनायक के किरदार को देख सभी हतप्रभ रह गए। फिल्म ‘अग्निपथ’ के लिए उन्हें आईफा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।
पिछले कुछ वर्षों दौरान ऋषि कपूर ने ‘राजा’, ‘डॉन्ट स्टॉप ड्रीमिंग’ ‘नमस्ते लंदन’, ‘लव के चक्कर में’, ‘फना’, ‘प्यार में ट्विस्ट’, ‘हम तुम’, ‘तहजीब’, ‘कुछ तो है’, ‘ये है जलवा’, ‘कुछ खट्टी कुछ मीठी’, ‘राजू चाचा’, ‘कारोबार’, ‘जय हिन्द’, ‘कौन सच्चा कौन झूठा’, ‘प्रेम ग्रंथ’, ‘दरार’, ‘इज्जत की रोटी’, ‘घर घर की कहानी’, ‘दोस्ती दुश्मनी’, ‘राही बदल गए’, ‘तवायफ’ जैसी फिल्मों में काम किया।
वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिसने 100 वर्षों में बॉलीवुड को 85 वर्ष का योगदान दिया है। ऋषि कपूर ने अपने फिल्मी करियर में दर्जनों फिल्में की हैं। इस दौरान उन्होंने कई अवार्ड भी अपने नाम किए।
उन्हें ‘बॉबी’ के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और साथ ही 2008 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने उनकी पहली फिल्म ‘मेरा नाम जोकर में’ शानदार भूमिका के लिए 1971 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त किया।
वर्ष 2008 में ऋषि कपूर को फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया। वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं। उन्होंने हाल ही में बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा मधुबाला के साथ काम न कर पाने पर अफसोस जताया था।
ऋषि कपूर का फिल्मी सफर सभी के लिए यादगार है, उन्होंने अपने अभिनय और गजब की पर्सनेलिटी से दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई और आज भी फिल्मों में वह बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं।
-आईएएनएस/शिखा त्रिपाठी