फिल्मकार महेश भट्ट की फिल्म अर्थ में पति के अनैतिक संबंधों से परेशान पत्नी का किरदार अदा करने वाली अभिनेत्री शबाना आजमी असल जीवन में जावेद अख़्तर की दूसरी पत्नी हैं।
हैरत की बात तो यह है कि जब अभिनेत्री शबाना आजमी महेश भट्ट की अर्थ में इंद्र की पत्नी का किरदार निभा रही थीं। उसी समय के दौरान असल जीवन में शादीशुदा पटकथा लेखक जावेद अख़्तर के जीवन में प्रवेश भी कर रही थीं।
कवि जावेद अख़्तर पटकथा लेखक हनी ईरानी से फिल्म सीता और गीता के सेट पर मिले। 21 मार्च 1972 में जावेद अख़्तर और हनी ईरानी ने वैवाहिक जीवन की शुरूआत की। उस समय हनी ईरानी मात्र 17 साल की थीं।
पटकथा लेखक हनी ईरानी ने उसी साल जोया अख़्तर, जो फिल्मकार हैं, को जन्म दिया और उसके दो साल बाद फरहान अख़्तर को। शादी के बयान हनी ईरानी घरेलू महिला बन गई। लेकिन, इस शादी से जावेद अख़्तर का मोह जल्दी ही भंग हो गया।
उस दौर में उभरते कवि शायर जावेद अख़्तर का मशहूर शायर कैफी आजमी के घर काफी आना जाना रहता था। 1980 के दशक की शुरूआत में शबाना आजमी और जावेद अख़्तर करीब आने लगे।
हालांकि, कहा जाता है कि शबाना आजमी और जावेद अख़्तर 1970 के दशक के पिछले वर्षों में एक दूसरे के करीब आना शुरू हो गए थे। नतीजन, जावेद अख़्तर और हनी ईरानी दोनों 1978 में एक दूसरे से अलग रहने लगे और साल 1985 में तलाक हुआ। हालांकि, शबाना आजमी और जावेद अख़्तर ने 9 दिसंबर 1984 में शादी कर ली थी।
शबाना आजमी के एक इंटरव्यू के मुताबिक, जावेद अख़्तर और शबाना आजमी के बीच करीबियां फिल्म स्पर्श के बाद बढ़नी शुरू हुईं। जावेद अख़्तर को फिल्म काफी पसंद आई। फिल्म में लीड भूमिका शबाना आजमी की थी। अब दोनों में बातचीत खुलकर होने लगी।
इस बीच शबाना आजमी जावेद अख़्तर के शादीशुदा होने के कारण उनसे दूर रहने का मन भी बना चुकी थीं और शबाना आजमी की मां इस रिश्ते के पूरी तरह खिलाफ थी। हालांकि, शबाना के पिता कैफी आजमी को इस रिश्ते से कोई खास एतराज नहीं था।
शुरूआती दो तीन साल शबाना आजमी और जावेद अख़्तर के लिए काफी पीड़ादायक रहे हैं। दोनों ने रिश्ता खत्म करने पर भी विचार किया क्योंकि जावेद अख़्तर के पहली शादी से दो संतानें थीं, उनका भविष्य ख़राब होने का डर था।
हालांकि, शादी के बाद शबाना आजमी और जावेद अख़्तर परिस्थितियों को अपने अनुकूल बनाने में सफल हुए। समय के साथ साथ फरहान अख़्तर और जोया अख़्तर भी इस रिश्ते को स्वीकार करने लगे। शबाना आजमी भी अन्य महिलाओं की तरह मां बनना चाहती थी। लेकिन, कुछ शारीरिक दिक्कतों के कारण यह संभव नहीं हो सका। नतीजन, शबाना आजमी नि:संतान रह गईं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जावेद अख़्तर के साथ वैवाहिक जीवन शुरू करने से पहले 1970 के दशक के अंतिम सालों में शबाना आजमी बैजामिन गिलानी के साथ सगाई करके तोड़ चुकी थीं। 1970 के दशक की शुरूआत में शबाना आजमी फिल्मकार शेखर कपूर के साथ कथित तौर पर लंबे समय तक रिश्ते में रहीं।
हालांकि, फिल्मकार शेखर कपूर शबाना आजमी को अच्छी दोस्त करार देते हैं। लेकिन, शबाना आजमी की गिनती अपनी पूर्व पत्नियों मेधा और सुचित्रा की श्रेणी में करते हैं, जो शबाना आजमी के प्रति शेखर कपूर के झुकाव को प्रकट करता है।
गौरतलब है कि शबाना आजमी अभिनेता शशि कपूर की बहुत बड़ी प्रशंसक थीं। कॉलेज टाइम में शशि कपूर के पोस्टर तक खरीदती रही हैं। फिल्म जुनून और अतिथि में शशि कपूर के साथ काम किया।
कहा जाता है कि शशि कपूर के प्रति शबाना आजमी का झुकाव देखकर शशि कपूर की पत्नी जेनिफर कैंडल ने शशि कपूर को शबाना से दूरी बनाने के लिए कह दिया था।
– कुलवंत हैप्पी