संगीतकार रोशन के बेटे और अभिनेता ऋतिक रोशन के पिता राकेश रोशन को फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हुआ कई दशक हो चुके हैं। इस दौरान राकेश रोशन अभिनेता से विलेन तक और निर्देशक से निर्माता तक की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
राकेश रोशन का जन्म 06 सितम्बर 1949 को संगीतकार रोशन लाल नागरथ के घर हुआ। राकेश रोशन का सरनेम रोशन नहीं जबकि यह तो उनके पिता का पहला नाम है। रोशन परिवार का सरनेम नागरथ है। फिल्म जगत से जुड़ा रोशन परिवार पातिस्तान के गुजरांवाला से संबंधित है। दरअसल, राकेश रोशन के पिता को उनके पहले नाम अर्थात रोशन से जाना जाता था।
राकेश रोशन ने अपने फिल्म कैरियर की शुरूआत 1970 में ‘घर-घर की कहानी’ से की। हालांकि, राकेश रोशन को पहचान पराया धन से मिली जो कि नायक के तौर पर उनकी पहली फिल्म थी। राकेश रोशन ने 1989 तक पूरी तरह सक्रिय रहते हुए अभिनय किया। मगर, उसके बाद अभिनय की तरफ राकेश रोशन की रुचि कम होने लगी। नतीजन, 1990 से लेकर 2007 तक राकेश रोशन ने सिर्फ चार फिल्मों में अभिनय किया।
हालांकि, राकेश रोशन ने 1980 में रिलीज हुई फिल्म आपके दीवाने से फिल्म निर्माण में कदम रख दिया था। राकेश रोशन ने चार फिल्मों का निर्माण करने के बाद 1987 में खुद निर्देशन में कदम रखा। निर्देशन के कदम रखते ही राकेश रोशन की किस्मत पटलने लगी।
एक निर्देशक के रूप में राकेश रोशन ने 13 फिल्मों का निर्देशन किया, जिसमें एक दो को छोड़कर सब की सब बॉक्स ऑफिस पर सफल हुईं। पहली निर्देशित फिल्म खुदगर्ज की सफलता के बाद राकेश रोशन ने के शब्द का पल्लू आजतक नहीं छोड़ा। यदि आप राकेश रोशन की निर्देशित और निर्मित फिल्मों पर नजर मारेंगे तो आप देखें कि राकेश रोशन ने हर फिल्म का नाम के से शुरू किया। राकेश रोशन का सफर बतौर निर्माता निर्देशक आपके दीवाने से काबिल तक पहुंच चुका है। हालांकि, राकेश रोशन के बैनर तले काबिल के अलावा दो और फिल्में विचार अधीन हैं, जिनकी शूटिंग जल्द होने की संभावना है।
राकेश रोशन ने अपने बेटे ऋतिक रोशन को कहो न प्यार है से उतारा। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसी धूम मचाई कि देखने वाले देखते रह गए। और राकेश रोशन का बेटा ऋतिक रोशन वो काम कर गुजर गया, जो बतौर अभिनेता स्वयं राकेश रोशन कभी न कर सके। ऋतिक रोशन का नाम आज बड़े सितारों में शामिल होता है। हालांकि, कहो ना प्यार है की सफलता के कारण राकेश रोशन को एक जानलेवा हमले का शिकार भी होना पड़ा। फिल्म की सफलता के कारण बुदेश गैंग के लोग राकेश रोशन से पैसे की मांग करने लगे। राकेश रोशन के नहीं करने पर 21 जनवरी 2000 को बुदेश गैंग के दो लोगों ने राकेश रोशन पर गोलियां चला दी। भगवान का शुक्र के इस हमले में राकेश रोशन की जान बच रही। हालांकि, कहो ना प्यार है ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे अधिक पुरस्कार प्राप्त करने वाली बॉलीवुड फिल्म के रूप में अपना उपस्थित दर्ज करवाई। कहो ना प्यार है और कोई मिल गया के लिए उन्हें निर्माता-निर्देशक का फिल्म फेयर पुरस्कार मिला है। हालांकि, राकेश रोशन चार बार फिल्म फेयर पुरस्कार हासिल कर चुके हैं।
इसके अलावा फिल्म जगत में 35 वर्ष पूरे होने पर राकेश रोशन ग्लोबल इंडियन फिल्म अवार्ड्स की ओर से भी सम्मानित किया गया है। गौरतलब है कि राकेश रोशन ने अपने फिल्मी कैरियर में लगभग 75 फिल्मों में अभिनय किया। फिलहाल, राकेश रोशन बतौर निर्माता सक्रिय है।