नई दिल्ली। पिछले कुछ वर्ष से करिश्मा कपूर तलाक के लिए जदोजहद कर रही थीं। आखिरकार 13 जून 2016 को अदालत का फैसला आया और इसके साथ 11 वर्ष पुरानी शादी का अंत हुआ।
हालांकि, अप्रैल में बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर और उनसे अलग रह रहे उनके पति संजय कपूर के बीच तलाक की शर्तों पर सहमति बन गई थी। दोनों ने उसी महीने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष सौहार्दपूर्ण तरीके से तलाक पर सहमति जताई। न्यायालय के निर्देश के अनुसार, बच्चे करिश्मा के पास ही रहेंगे। हालांकि संजय को उनसे मिलने की अनुमति होगी।
इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति ए.के. सीकरी और आर.के. अग्रवाल के चैम्बर में हुई थी। उन्हें तलाक की शर्तों को लेकर बनी के बारे में बताया गया था। इसके साथ ही मुंबई की अदालत में दर्ज तलाक का मामला आपसी सहमति से तलाक की याचिका में तब्दील होगी थी।
मुंबई की अदालत में तलाक से संबंधित याचिका पर 13 जून 2016 को सुनवाई हुई और इसके साथ करिश्मा कपूर और संजय कपूर कानून तौर पर एक दूसरे से अलग हो गए।
करिश्मा के अधिवक्ता संदीप कपूर ने आईएएनएस से कहा कि दोनों पक्षों के बीच कुछ मुद्दों पर असहमति थी, लेकिन न्यायाधीशों के हस्तक्षेप से उन्होंने इसका समाधान कर लिया।
दोनों बच्चे करिश्मा के पास ही रहेंगे। हालांकि संजय गर्मी व सर्दी की छुट्टियों तथा दीवाली के त्योहार पर बच्चों से मिल सकेंगे।
– आईएएनएस