मुम्बई। फिल्म पद्मावती को लेकर चल रहा विवाद दिन प्रति दिन गहराता जा रहा है। जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ाने की मांग की है। वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के एक राजपूत संगठन नेता ने फिल्मकार संजय लीला भंसाली का सिर काट कर लेकर आने वाले को पांच करोड़ रुपये ईनाम देने की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार को पत्र लिखकर सूचित किया कि राज्य में निकाय चुनाव हैं, और बल चुनावों में सुरक्षा मुहैया करवाने में व्यस्त है। ऐसे में फिल्म पद्मावती को सुरक्षा मुहैया करवाना मुश्किल है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि फिल्म को रिलीज होने से रोकना उनके बस में नहीं है, लेकिन, सुरक्षा इंतजाम करना तो सरकार की जिम्मेदारी में आता है।
उधर, करणी सेना नेता महिपाल सिंह मकराना ने एक वीडियो में कहा है कि वैसे तो हम महिलाओं की इज्जत करते हैं यदि सेना कार्यकर्ताओं को ऐसे ही भड़काया गया, तो हम दीपिका पादुकोण का नाक काट देंगे, जैसे लक्ष्मण ने शूर्पणखा का काट दिया था। दरअसल, इससे पहले फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने कहा था कि उनकी फिल्म को रिलीज होने से कोई नहीं रोक सकता और ऐसा लग रहा है कि देश पीछे की ओर जा रहा है।
इसके अलावा करणी सेना अध्यक्ष लोकेंद्र नाथ ने लखनउ में प्रेस वार्ता के दौरान 1 दिसंबर 2017 को भारत बंद का एलान किया है। इस दौरान कहा कि फिल्म पद्मावती को किसी भी हालत में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि करणी सेना ने रक्त पत्र लिखकर जिला प्रशासनिक अधिकारियों और सिनेमा मालिकों से अपील की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेरठ करणी सेना की ओर से फिल्मकार संजय लीला भंसाली का सिर कलम करने वाले को पांच करोड़ का ईनाम देने की घोषणा भी की गई है।
उधर, हिंदू जागृति समिति ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को पत्र लिखकर फिल्म पद्मावती को प्रमाण पत्र नहीं देने की अपील की है। साथ ही चेताया कि यदि फिल्म पद्मावती को प्रमाण पत्र दिया जाता है और यह रिलीज होती है, तो इसके कारण होने वाले नुकसान के लिए बोर्ड जिम्मेदार होगा।