लोप्रिय एंटरटेनमेंट पर्सनालिटी राखी सावंत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनका नाम स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ से जुड़े विवाद में सामने आया है। महाराष्ट्र साइबर सेल ने उन्हें समन भेजा है। उन्हें 27 फरवरी को पेश होकर अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है।

राखी सावंत इस शो के एक एपिसोड में आशीष सोलंकी, महीप सिंह, यशराज और बलराज घई के साथ पैनलिस्ट के रूप में नजर आई थीं। अब इस मामले पर उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है।
राखी सावंत का बयान: “मेरे पास एक रुपया भी नहीं”
राखी सावंत ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “समन भेजने की कोई जरूरत नहीं है, दोस्तों। आप मुझे वीडियो कॉल कर लीजिए, मैं सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हूं। मैं एक आर्टिस्ट हूं। मुझे पैसे देकर इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था, और मैंने वही किया। बस, इतना ही।” इसके अलावा, उन्होंने देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर ध्यान देने की बात कही। “जो रेप केसेस पेंडिंग हैं, उन पर पहले एक्शन लीजिए। छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं तक के केस सालों से अटके पड़े हैं। पहले उन मामलों में न्याय दीजिए।”
“मैं तो फुकरी हूं, भिखारन हूं”
राखी सावंत ने अपनी आर्थिक स्थिति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “मेरे पास एक भी रुपया नहीं है जो साइबर सेल को दे सकूं। मैं तो दुबई में रहती हूं। मेरा कोई काम-धंधा नहीं है।” इसके साथ ही उन्होंने असली अपराधियों पर कार्रवाई करने की अपील की। “रोज लड़कियों के साथ रेप हो रहे हैं। उनके अपराधियों को सजा दिलाइए।”
राखी सावंत का आरोप: “पहले ओटीटी एक्टर्स को बुलाइए”
राखी सावंत ने दावा किया कि उन्हें समन मिला ही नहीं है। उन्होंने आगे कहा, मैं पिछले तीन साल से दुबई में रह रही हूं। अगर समन भेजा भी गया है, तो पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले उन सेलेब्रिटीज़ को बुलाइए जो अश्लील कंटेंट बनाते हैं। नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे एक्टर्स को समन भेजिए।”
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हद से ज्यादा बोल्ड कंटेंट है। इनमें बॉलीवुड के चर्चित सितारों ने काम किया है। हालांकि, इस मामले को पहले गंभीरता से नहीं लिया गया। पर, क्या अब राखी सावंत के बयान के बाद अश्लील कंटेंट परोसने वाले निर्माता निर्देशकों और कलाकारों पर कार्रवाई होगी?
मामले में आगे क्या होगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राखी सावंत समन का जवाब कैसे देती हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र साइबर सेल इस मामले को आगे कैसे बढ़ाएगी, यह भी महत्वपूर्ण रहेगा।