मुंबई। अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि आम लोगों की तरह फिल्म-जगत के सितारे भी अवसाद से गुजरते हैं। रवीना टंडन ने गुरुवार को ‘डेथ इज नॉट द आंसर’ के विमोचन पर यह बात कही। यह मनोचिकित्सक अंजलि छाबरिया द्वारा लिखित है।
अभिनेत्री ने कहा, “फिल्मी हस्तियां होने के साथ ही हम एक आम व्यक्ति भी हैं और हमें भी वह दर्द होता है, जो अन्य लोगों को होता है। ऐसा नहीं है कि हम सेलिब्रिटी हैं तो हमें ऐसी कोई अनुभूति नहीं होती है।”
उन्होंने कहा, “सितारे भी अपने जीवन में अवसाद से गुजरते हैं और उन्हें भी दूसरों की तरह दर्द महसूस होता है। यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह कैसे कठिनाइयों का सामना करता है। कुछ लोग आसानी से इसका सामना करते हैं, जबकि कुछ इसका सामना करने में सक्षम नहीं हो पाते, लेकिन सभी को इसका सामना करना पड़ता है।”
आत्महत्या पर आधारित किताब के विमोचन पर रवीना ने महिलाओं के बीच बढ़ रही आत्महत्या के मामलों पर चिंता व्यक्त की।
उन्बोंने कहा, “खुदकुशी के प्रत्येक 10 मामलों में छह गृहणियां और महिलाएं होती हैं। यह चिंता का कारण है। यह गंभीर मुद्दा है और इसका गंभीरता से समाधान किया जाना चाहिए।”
-आईएएनएस