करण जौहर सफल निर्माता निर्देशकों में शुमार हैं। चार साल के लंबे अंतराल के बाद करण जौहर ए दिल है मुश्किल से बतौर निर्देशक सिनेमा घरों में दस्तक दे चुके हैं। फिल्मकार करण जौहर की एकतरफे प्यार पर रची कहानी ए दिल है मुश्किल में कितना नयापन है, चलो जानते हैं।
करण जौहर के अनुसार इस कहानी को सिर्फ नौ दिन में पूरा किया गया है। नौ दिन में लिखी कहानी में अमीर बाप की औलाद अयान है और एक खुले ख्यालात की लड़की अलीजाह है। दोनों किसी के प्यार में हैं और अचानक जिनको एहसास होता है कि उनके प्रेमी दरअसल उनके लायक नहीं।
अयान और अलीजाह में दोस्ती बढ़ने लगती है, लेकिन अयान दोस्ती को प्यार समझ लेता है और इजहार करने पर उसको भारतीय लड़कियों वाला जवाब अलीजाह से मिलता है कि हम सिर्फ दोस्त हैं। अलीजाह का निकाह किसी और से हो जाता है। अयान की जिन्दगी में एक तलाकशुदा महिला सबा आती है। अयान अलीजाह को जलाने के लिए उसके प्यार में पड़ जाता है, सबा जल्द भांप लेती हैं कि यहां एक तरफा प्यार है। इस तरह कुछ अन्य किरदार भी शामिल होते हैं। आगे बताना मुश्किल है इसलिए आगे क्या होता है? देखने के लिए ए दिल है मुश्किल देखें।
करण जौहर की नई कहानी कुछ कुछ होता है और कभी अलविदा न कहना से मारी हुई है। करण जौहर कहानी में इतना उलझ गए हैं कि उन्होंने फिल्म खूबसूरत बनाने के लिए ऐश्वर्या राय बच्चन जैसे खूबसूरत चेहरे को कहानी में डाल दिया। आलिया भट्ट और शाह रुख खान को भी कहानी में खड़ा कर दिया।
अनुष्का शर्मा का अभिनय से सबसे बढ़िया है। रणबीर कपूर चर्मिंग स्टार हैं, हालांकि, कुछ कुछ जगहों पर निराश करते हैं। रणबीर कपूर को इस तरह के किरदारों से बाहर आना चाहिए। ऐश्वर्या राय बच्चन की कहानी तो ट्रेलर से परे नहीं है। फिल्म का संगीत बेहतरीन है। वन लाइन चुटीले संवाद और उर्दू की शायरोशायरी की मौजूदगी काफी हद तक फिल्म को संभालने में कामयाब रहती है। सिनेमाटोग्राफी बाकमाल है। जैसे कि अनुष्का शर्मा ने हाल में ही कहा है कि करण जौहर की फिल्म में आपको सोचने की जरूरत नहीं रहती कि आप कैसे दिखेंगे।
शाह रुख खान और लीजा हेडन छोटी भूमिकाओं में हैं। लेकिन, अपने अभिनय से दर्शकों के चेहरों पर खुशी लहर छोड़कर जाते हैं।
यदि आप बेहतरीन घर, लिबास, जगहाएं, खूबसूरत चेहरे, किसिंग सीन, रोमांस और संगीत के लिए किसी फिल्म को देखना पसंद करते हैं, तो ए दिल है मुश्किल बुरा सौदा नहीं होगा। यदि आप चाहते हैं कि एक सरल कहानी हो, अंत में कोई निचोड़ निकलता हो तो आपके लिए ए दिल है मुश्किल बिलकुल नहीं है।
करण जौहर को अब इस दायरे से बाहर आकर कुछ बेहतर करना चाहिए। अब करण जौहर की रोमांस कहानियां उलझने लगी हैं। करण जौहर निर्देशित इस फिल्म को हमारी तरफ से 5 तालियों में से 2 तालियां मिलती हैं। हालांकि, यह हमारी निजी राय है, जो हर किसी पर लागू नहीं होती क्योंकि हर किसी अपना अपना एक नजरिया होता है।