कुछ वर्षों पहले एक नामक उभरकर सामने आया था नन्हें धावक बुधिया सिंह का। अचानक बुधिया सिंह गायब होगा। बुधिया सिंह के जीवन पर प्रकाश डालने का बेहतरीन प्रयास है ‘बुधिया सिंह- बॉर्न टू रन’। इस फिल्म का निर्देशन सौमेंद्र पाधी ने किया है जबकि मनोज बाजपेयी, मयूर पटोले, तिलोत्तमा शोम, और श्रुति मराठे ने अहम भूमिकाएं अदा की हैं।
बुधिया सिंह ने बहुत छोटी उम्र में 48 मैराथन दौड़ने का कीर्तिमान हासिल कर लिया था। बुधिया की मां ने बुधिया को गरीब के चलते बेच दिया था। मगर, बुधिया को वंडर बॉय बनाने में महत्वपूर्ण योगदान उनके कोच बिरंची दास का रहा, फिल्म में कोच की भूमिका मनोज बाजपेयी अदा कर रहे हैं। फिल्म की कहानी बुधिया के रातों रात स्टार बनने और मुसीबतों में फंसने पर आधारित है।
फिल्म का निर्देशन बेहद बेहतरीन है। निर्देशक सौमेंद्र दर्शकों को बांधने में सफल हुए हैं। हालांकि, कहानी में थोड़ा का ढीलापन महसूस हो सकता है। अभिनय की बात करें तो मनोज बाजपेयी का अभिनय उस स्तर का है, जहां पर आप कोई नुक्ताचीनी नहीं कर सकते हैं। कोच के किरदार में मनोज बाजपेयी और बुधिया के किरदार में मयूर आपका दिल जीतने में पूरी तरह कामयाब होते हैं। फिल्म में अभिनय इतना वास्तविक है कि आपको बड़े पर्दे पर अभिनय कर रहे मनोज बाजपेयी में एक निर्दयी कोच नजर सकता है। आपको घृणा हो सकती है और मयूर से आपको हमदर्दी।
बुधिया सिंह – बॉर्न टू रन एक शानदार, अद्भुत फिल्म है। यदि आप अपने परिवार के साथ एक अच्छी फिल्म देखना चाहते हैं तो आपको बुधिया सिंह – बॉर्न टू रन देखनी चाहिए। हमारी तरफ से फिल्म को तीन से साढ़े तीन स्टार दिए जाते हैं। हालांकि, हमारी राय सब पर लागू नहीं होती, क्योंकि सबका अपना अपना नजरिया होता है।