फिल्म निर्माता निर्देशक प्रकाश झा सामाजिक मुद्दों के आस पास अपनी कहानी का ताना बाना बुनते हैं। ‘जय गंगाजल’ भी उसी तरह की फिल्म है। कह सकते हैं कि ‘जय गंगाजल’ उसी परंपरा को आगे बढाती है।
जैसे कि पहले ही ‘जय गंगाजल’ की ट्रेलर समीक्षा में फिल्मी कैफे ने बताया दिया था कि इस बार फर्क सिर्फ इतना होगा कि प्रकाश झा एक अभिनेता की जगह एक अभिनेत्री को मुख्य भूमिका में रखेंगे। इस बार यदि कुछ नया है तो स्वयं प्रकाश झा का फिल्म में अभिनय करना।
कहानी की बात करें तो कहानी का केंद्र लखीसराय के बांकेपुर है। इस क्षेत्र का विधायक बबलू पांडे है, जिसकी भूमिका मानव कौल निभा रहे हैं। दबंग विधायक और उसके गुर्गे गांव में पावर प्लांट लगाने का झांसा देकर किसानों की जमीन हड़पाने में लग जाते हैं। विधायक को पुलिस अधिकारी भोलानाथ सिंह यानी कि प्रकाश झा का पूरा सहयोग मिलता है। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा होता है, तभी गांव में आईएएस अधिकारी आभा माथुर (प्रियंका चोपड़ा) का तबादला होता है। इसके बाद शुरू होती है आमने सामने की लड़ाई। और घर के भेदी भोलानाथ से लेकर दबंग विधायक बबलू पांडे तक से किस तरह निबटती है आभा माथुर ? जानने के लिए ‘जय गंगाजल’ स्वयं देखें।
यदि निर्देशन की बात करें तो प्रकाश झा ने इस बार कुछ नया नहीं किया, क्योंकि इस तरह की पृष्ठभूमि वाली फिल्में प्रकाश झा पहले से भी बना चुके हैं। फिल्म में कुछ नया डाला जा सकता था, क्योंकि वर्तमान कहानी में अनुसार फिल्म को काफी छोटा किया जा सकता है। दूसरी बात, इस बार निर्देशन के साथ साथ प्रकाश झा स्वयं अभिनय भी कर रहे थे, शायद इसलिए निर्देशन पर अधिक ध्यान नहीं दे पाए।
अभिनय के पक्ष से देखा जाए तो प्रियंका चोपड़ा आभा माथुर के किरदार में फिट बैठती हैं। प्रियंका ने अपने किरदार को काफी अच्छे तरीके से निभाया है। निर्देशन में प्रकाश झा भले ही कमजोर रहें हो, मगर, इस बात अभिनय में कमाल कर दिया। वहीं, दबंग विधायक की भूमिका में मानव कौल ने अपनी अभिनय क्षमता का अच्छा परिचय दिया। इस फिल्म में गीत संगीत का काफी इस्तेमाल किया गया है। मगर, केवल दो माया ठगनी और सब धन माटी काफी उच्चतम स्तर के हैं।
फिल्म ‘जय गंगाजल’ मारधाड़ देखने वाले सिने प्रेमियों को निराश नहीं करेगी। हालांकि, फिल्म में नया कुछ नहीं है। फिर भी नए किरदार, नया प्रस्तुतिकरण और नया घटनास्थल दर्शकों को पसंद आ सकता है। हमारी तरफ से फिल्म को पांच में से तीन सितारे मिलते हैं।