जॉन अब्राहम और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत फोर्स 2 रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म के ट्रेलर में दोनों काफी दमदार किरदार में नजर आ रहे थे। चलो देखते हैं कि अभिनेता जॉन अब्राहम पुरानी फोर्स से कितने कदम आगे निकल चुके हैं।
पांच साल बाद रिलीज हुए फोर्स के सीक्वल की कहानी भी पहले से काफी साल आगे बढ़ चुकी है। फोर्स 2 का एसीपी यश (जॉन अब्राहम) पहले से ज्यादा गरम मिजाज का है। फिल्म की कहानी चीन में एक एक करके मारे जा रहे भारतीय गुप्तचरों के मामले को सुलझाने की है। यश को एक मित्र एजेंट से संकेत मिलता है, जो जिन्दगी की बाजी हार चुका है। इसके बाद यश और रॉ की अधिकारी के के (सोनाक्षी सिन्हा) हंगरी एक मिशन पर निकलते हैं।
फिल्म में दुश्मन इस बार पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन है, जो भारत सीमा में घुसपैठ कर रहा है। इस फिल्म के संवाद भी आज के माहौल अनुसार लिखे गए हैं, जो सिने दर्शकों को पसंद आएंगें। फिल्म फोर्स 2 को बड़ी कसावट के साथ आगे बढ़ाने का सफल प्रयास किया गया है।
हालांकि, एक मजबूत गति से दौड़ती फिल्म फोर्स 2 की गति दूसरे हिस्से में थोड़ी सी कम होती मालूम होती है। लेकिन, निर्देशक अभिनय देव अपने कौशल के दम पर इसको संभाल लेते हैं। छोटे पर्दे पर 24 सीरीज से टीवी प्रेमियों का दिल जीत रहे अभिनय देव बड़े पर्दे पर भी काफी तैयारी के साथ नजर आए।
रॉकी हैंडसम और डिशूम के बाद जॉन अब्राहम की फोर्स 2 इस साल की तीसरी फिल्म है। इस फिल्म में जॉन अब्राहम फुलफॉर्म में नजर आए। दरअसल, ऐसे किरदारों के लिए जॉन अब्राहम एकदम फिट हैं। इस फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा ने भी अपने किरदार को बाखूबी निभाया है। हालांकि, सोनाक्षी सिन्हा के किरदार को थोड़ा सा और मजबूत किया जा सकता था। ताहिर राज भसीन विलेन की भूमिका में उतने खरे नहीं उतरे, जितनी उम्मीद की जा रही थी।
फोर्स 2 देशभक्ति के तड़के साथ एक एक्शन फिल्म है, जो हिन्दी सिने प्रेमियों को पसंद आएगी, विशेषकर जो एक्शन फिल्मों के लिए पागल हैं। साथ ही एक अन्य बात सोनाक्षी सिन्हा और जॉन अब्राहम दोनों हॉट सितारे हैं। लेकिन, कहानी में रोमांस, इमोशन और कॉमेडी के लिए बिलकुल जगह नहीं थी। इसलिए इन बातों के लिए सिनेमा हॉल तो जाइएगा भी मत।
हमारी तरफ से फोर्स 2 को तीन स्टार मिलते हैं। जॉन अब्राहम के एक्शन, अभिनय के निर्देशन और सोनाक्षी सिन्हा के टशन के लिए फोर्स देखने जा सकते हैं। हालांकि, यह हमारी निजी राय है, जो हर किसी पर लागू नहीं होती क्योंकि हर किसी का अपना अपना नजरिया होता है।