निर्देशक अनु मेनन निर्देशित ‘वेटिंग’ रिलीज हो चुकी है। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ने फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म वेटिंग विदेशों में पहले ही वाहवाही लूट चुकी है। मगर, भारत में अभी रिलीज किया गया।
फिल्म की कहानी पांच सितारा होटलनुमा अस्पताल में घटित है। जहां कहानी का नायक प्रो. नटराज (नसीरुद्दीन शाह) अपनी पत्नी के कोमा से बाहर आने का इंतजार कर रहा है। इस अस्पताल में प्रोफेसर के अलावा कोई और भी है, जो अपने किसी के कोमा से बाहर आने का राह देख रही है। तारा (कल्कि कोचलिन) का पति एक सड़क हादसे के कारण कोमा में चला गया। तारा अपने पति के भावी जीवन को लेकर द्वंद में है। एक ही अस्पताल में होने के कारण तारा और प्रोफेसर एक दूसरे के हमदर्दी बन जाते हैं। प्रोफेसर को उम्मीद है कि उसकी पत्नी लौटेगी और पहले जैसे जीवन का आनंद लेगी। मगर, डॉक्टर प्रोफेसर की सोच से अलग राय रखते हैं।
कहानी के जरिये दो एक जैसी पीड़ा वाले व्यक्तियों का करीब आना। गलत फहमियों के कारण दूर जाना। बीमा कंपनियों की डॉक्टरों के साथ युगलबंदी। डॉक्टरों का रोगियों के प्रति पेशेवर नजरिया आदि को निर्देशक अनु मेनन ने बेहतरीन तरीके से दिखाया है।
नसीरुद्दीन शाह और कल्कि कोचलिन बेहतरीन कलाकार हैं। उनके अभिनय पर संदेह करना मुश्किल है। रजत कपूर ने भी अपने किरदार को बाखूबी निभाया है। अनु मेनन का निर्देशन भी गजब का है। सिनेमाटोग्राफर को भी उम्दा काम के लिए बधाई देना बनता है।
भावना से लबरेज वेटिंग देखने लायक फिल्म है। यदि आप अलग शैली की फिल्में देखना पसंद करते हैं तो यकीनन वेटिंग आपको पसंद आएगी। हालांकि, यह हमारा अपना नजरिया है, जो सभी पर लागू नहीं होता क्योंकि सबका अपना अपना नजरिया होता है।