आईपीएस सौम्या शुक्ला, जो पुलिस विभाग में रहकर बड़े बड़े गुनाहों का पर्दाफाश करने के लिए उतावली है, लेकिन, उसके वरिष्ठ अधिकारी और उसका पति हमेशा उसको सरल और आसान कार्यों में उलझाकर रखने की कोशिश करते हैं। ऐसे में सौम्या शुक्ला हमेशा चिढ़ी हुई रहती है, और उल्टे सीधे तरीकों से अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए तैयार रहती है।
अचानक एक दिन आईपीएस सौम्या शुक्ला की मुलाकात नेत्रा पाटिल होती है, जो नशे में धूत है। दरअसल, नेत्रा पाटिल को डॉक्टरी रिपोर्ट से एक बीमारी के बारे में पता चलता है और डॉक्टरों के अनुसार नेत्रा के पास जीने के लिए केवल 100 दिन हैं। नेत्रा पाटिल इन 100 दिनों में वो हर चीज करना चाहती है, जो वो अब तक न कर सकी थी, चाहे शराब पीना हो, सिगरेट पीना हो इत्यादि।
आईपीएस सौम्या शुक्ला को नेत्रा में दिलचस्पी होने लगती है। सौम्या, नेत्रा को जिन्दगी को रोमांच के साथ जीने के लिए प्रेरित करती है और आगे चलकर नेत्रा को अपने लिए एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल करती है।
सौम्या के साथ काम करने के लिए उत्सुक नेत्रा पाटिल खोजबीन करके सौम्या के घर पहुंच जाती है। लेकिन, यह सौम्या का वो घर नहीं, जहां सौम्या अपने परिवार के साथ रहती है। बल्कि यह सौम्या का वो घर है, जहां सौम्या का ख़बरी और टाइमपास आशिक मैडी रहता है। सौम्या शुक्ला अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश को ताक पर रखकर नेत्रा पाटिल के सहारे कई बड़े केस हल करती है।
जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है, कहानी रोचक होती जाती है। मौत आने के दिन गिनने वाली नेत्रा को शांतनु से प्रेम हो जाता है, जो दो नंबर का धंधा करता है। नेत्रा अपने पूर्व प्रेमी अंकित को छोड़ देती है।
शांतनु को करोड़ों रुपये का नुकसान हो जाता है, जिसके लिए नेत्रा पाटिल जिम्मेदार होती है। शांतनु नेत्रा की किसी भी बात पर विश्वास करने को तैयार नहीं, क्योंकि शांतनु को नेत्रा के बारे में कुछ ऐसा पता चलता है, जिससे नेत्रा भी अनजान है और नेत्रा उस सच को जानने के बाद खुद को ठगा हुआ महसूस करती है।
उधर, दूसरी ओर प्रथम सीजन के अंत में सौम्या शुक्ला तो शिख़र को छू लेती है। लेकिन, सौम्या के साथ काम करने या रहने वाले जैसे उसका पति, उसका प्रेमी व ख़बरी और नेत्रा पाटिल खुद को ठगा महसूस करते हैं।
नेत्रा पाटिल का प्रेमी शांतनु नेत्रा पाटिल को घर से निकाल देता है, जिसकी वजह सौम्या शुक्ला है। प्रथम सीजन के अंत में नेत्रा पाटिल एक संवाद बोलती है, जो अगले सीजन में सौम्या शुक्ला की बर्बादी का संकेत दे रहा है। क्या नेत्रा पाटिल सौम्या शुक्ला को मात दे पाएगी?
आठ एपिसोड वाली वेब सीरीज हंड्रेड की पटकथा काफी रोमांच भरी है। संवाद काफी खूबसूरती के साथ लिखे गए हैं। लारा दत्ता ने सौम्या शुक्ला का किरदार बड़ी खूबसूरती के साथ अदा किया है। लारा दत्ता ने किरदार के साथ न्याय किया है।सैरात फेम रिंकू राजगुरू अपने किरदार नेत्रा पाटिल में पूरी तरह डूबी हैं, रिंकू राजगुरू हर सीन में प्रभावित करती हैं, जो वेब सीरीज को रोमांचक बनाए रखता है। इसके अलावा सुयश झुंजरके का अभिनय और किरदार दोनों ही शानदार हैं।साथ ही, करण वाही, राजीव सिद्धार्थ, सुधांशु पांडे, मकरंद देशपांडे, परमीत सेठी आदि का अभिनय भी शानदार है।
वेब सीरीज हंड्रेड का निर्देशन रुचि नरैन, आशुतोष शाह और ताहिर शब्बीर ने किया है जबकि इसको लिखने का काम रुचि नरैन, आशुतोष शाह और अभिषेक दुबे की तिक्कड़ी ने बड़ी खूबसूरती से किया है। नेत्रा पाटिल और उसके पुराने प्रेमी अंकित का किरदार बहुत ही शानदार रचा गया है। इन किरदारों के लिए रिंकू राजगुरू और सुयश झुंजरके का चयन भी बहुत सटीक है।
डिज्नी हॉटस्टार की वेब सीरीज हंड्रेड एक मनोरंजक वेबसीरीज है, जो आपको शुरू से अंत तक पूरे मनोरंजन और रोमांच से अपने साथ बांधे रखेगी।