वैसे तो आम तौर पर फिल्मों की शूटिंग मुम्बई के फिल्म स्टूडियोज में की जाती है, जैसे शाह रुख खान की अगली फिल्म की शूटिंग मुम्बई में की जा रही है, हालांकि, कहानी में मेरठ शहर है। कहानी की जरूरत पूरी करने के लिए मुम्बई फिल्मी सिटी में ही मेरठ शहर जैसा सेट तैयार किया किया गया है। कहा जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया गया है कि मेरठ शहर में कुछ जरूरती तकनीकें मिलना मुश्किल है और भीड़ भाड़ वाले इलाके में सीन शूट करने भी असंभव हैं।
लेकिन, कभी कभी फिल्म निर्देशक हकीकत के करीब जाने के लिए फिल्म स्टूडियोज से बाहर निकलकर शूटिंग करने का मन बना लेता है। ऐसे में शूटिंग के दौरान फिल्म सितारों को काफी मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी सीनों में जान डालने के लिए फिल्म सितारे खुद भी रिस्क लेने से पीछे नहीं हटते। फिल्मी कैफे की इस रिपोर्ट में कुछ ऐसे ही दिलचस्प किस्से शेयर किए गए हैं, जो आपको अचंभित कर सकते हैं।
कंगना रनौट ने खुले में बदले कपड़े
जी हां, बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौट को फिल्म शूटिंग के दौरान पहाड़ियों की आढ़ लेकर कपड़े बदलने पड़े और शौच भी खुले में जाना पड़ा। जब कंगना रनौट कपड़े बदलती तो उनकी टीम सदस्य उनके आस पास कपड़े तानकर एक अस्थायी चेंजिंग रूम तैयार करते थे। दरअसल, फिल्म रंगून की शूटिंग के लिए फिल्मकार विशाल भारद्वाज ने अरुणांचल प्रदेश का ऐसा इलाका चुना था, जहां न तो दूर दूर तक गांव था और नाहीं कोई रैन बसेरा।
20 दिन तक गाजर और ब्लैक कॉफी पर रहे राजकुमार राव
अभिनेता राजकुमार राव ने इसी साल रिलीज हुई फिल्म ट्रैप्ड के लिए कोई कम पापड़ नहीं वेले हैं। इस फिल्म की शूटिंग दौरान राजकुमार राव 20 दिन तक गाजर और ब्लैक कॉफी पर ही रहे। इतना ही नहीं, एक सीन के लिए अभिनेता राजकुमार राव को असली मीट को मुंह लगाना पड़ा। हालांकि, राजकुमार राव शाकाहारी हैं। खून के पत्र लिखने के लिए नस तक काटी।
डर्टी पिक्चर की शूटिंग दौरान विद्या बालन को हुआ इंफेक्शन
सुपरहिट फिल्म डर्टी पिक्चर की शूटिंग के दौरान विद्या बालन को डॉक्टर के पास भागना पड़ा था। फिल्म के एक सीन के दौरान विद्या बालन को पहले टॉवल पहन कर कैमरे पर आना था और उसके बाद टॉवल उतार कर टब में घुसना था। अभिनेत्री ने सीन के मुताबिक ही किया, लेकिन जैसे ही विद्या बालन टब में घुसी उसे अपने शरीर में खुजली का अनुभव होने लगा, अभिनेत्री ने थोड़ी देर तक तो बर्दाश्त किया, लेकिन जब नहीं रहा गया तो वो झट से बाहर निकल कर शूटिंग अधूरी छोड़कर डॉक्टर के पास पहुंची, जहां विद्या बालन को पता चला कि उन्हें स्कीन इंफेक्शन हो गया है।
वरुण धवन ने बिना इंटरनेट, बिना दोस्तों के गुजारे दिन
चॉकलेटी हीरो के रूप में जाने जाने वाले वरुण धवन को फिल्म बदलापुर के लिए काफी अजीबोगरीब परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था। फिल्म की शूटिंग से लगभग एक महीना पहले वरुण धवन को निर्देशक इगतपुरी ले गए, जहां पर वरुण धवन ने अकेले 25 दिन गुजारे। यहां पर वरुण धवन के मनोरंजन के लिए न तो टेलीविजन था और नाहीं कोई दूसरी सुख सुविधा। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान वरुण धवन का स्वभाव काफी अक्खड़ हो गया था, जिसके कारण वरुण का कुछ दोस्तों के साथ मनमुटाव भी हो गया था क्योंकि वरुण धवन अपने किरदार में घूसे हुए थे और दोस्त इस बात को समझ नहीं पा रहे थे। वरुण धवन के लिए अस्पताल में मौत वाले सीन की शूटिंग करना सबसे कठिन कार्य रहा था।
15 दिन तक श्रीदेवी ने खाने में लिए मशरूम
मुम्बई में पॉश इलाके में रहने वाली श्रीदेवी को फिल्म मॉम की शूटिंग के दौरान 15 दिन केवल मशरूम पर ही रहना पड़ा। ऐसा नहीं कि ऐसा करना फिल्म की कहानी के अनुसार जरूरी था। दरअसल, फिल्म मॉम की शूटिंग जॉर्जिया के रिमोट इलाके स्थित एक गांव में की गई थी। इस इलाके में खाने के लिए सीमित खाद्य पदार्थ मीट, आलू, मशरूम और चीज ही उपलब्ध थे। इनदिनों श्रीदेवी शाकाहारी थी, ऐसे में श्रीदेवी ने मशरूम को खाने के लिए चुना।
इतना ही नहीं, हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में श्रीदेवी ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, ‘कई बार शूटिंग स्थल पर शौचालय न होने के कारण उनको पूरा दिन निर्जल रहना पड़ता था। कपड़े बदलने के लिए पेड़ों, बसों और झाड़ियों का सहारा लेना पड़ता था।’
जब भीड़ कैटरीना, कैटरीना, कैटरीना चिल्लाने लगी
कैटरीना कैफ के लिए फिल्म फैंटम के क्लाइमेक्स की शूटिंग करना काफी कठिन रहा क्योंकि इस सीन को पंजाब के शहर मलेरकोटला में शूट किया जा रहा था, जहां कबीर खान ने पाकिस्तानी गांव का सेट क्रिएट किया था, और यहां पर भीड़ काफी थी। फिल्म फैंटम का क्लाइमेक्स काफी भावनात्मक था। कैटरीना कैफ को पूरी तीव्रता और पॉवर के साथ दौड़ना था। लेकिन, शूटिंग स्थल के आस पास खड़े लोग मजाक भरी बातें कर रहे थे और कुछ तो कैटरीना कैटरीना चीख रहे थे, ऐसे में कैटरीना कैफ को चेहरे पर हाव भाव लाना बेहद मुश्किल हुआ।