हैदराबाद। जी हां, बॉलीवुड के बादशाह मतलब शाह रुख खान के पिता ने चुनाव लड़ा था, और उनकी जमानत जब्त तक हो गई थी। इस बात का खुलासा स्वयं अभिनेता शाह रुख खान ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (एमएएनयूयू) में डॉक्ट्रेट की मानद उपाधि से सम्मानित होने के पश्चात अपने संबोधन में किया।
स्नातक गाउन पहने और चश्मा लगाए अभिनेता शाह रुख खान को यह उपाधि विश्वविद्यालय के कुलपति जफर सारेशवाला द्वारा विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में छात्रों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दी गई।
अपने संक्षिप्त संबोधन में शाह रुख खान ने विश्वविद्यालय को इस सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। अभिनेता ने कहा कि इस पल को देखकर उनके माता-पिता प्रसन्न होते, खास तौर से इसलिए कि वह अपनी मां के जन्मस्थान में सम्मानित हो रहे हैं।
अभिनेता ने आगे अपने संबोधन में कहा, ‘मेरे पिता मौलाना अबुल कलाम आजाद के अनुयायी थे। मैंने सुना है कि मेरे पिता ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और उनकी जमानत जब्त हो गई थी।’
अपने पिता की सराहना करते हुए अभिनेता ने कहा, ‘मेरे पिता बेहतरीन उर्दू और फारसी बोलते थे। जो भी थोड़ा बहुत मेरे पास बोलने के तरीका है, यह मेरे पिता की की वजह से है।’
आभार संबोधन में कहा, ‘मैं समझता हूं कि यह शिक्षा के क्षेत्र और उर्दू व भाषा के क्षेत्र की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। अपने कार्य के जरिए जो थोड़ा-बहुत मैं कर सकूंगा, मैं वादा करता हूं कि मैं अपनी क्षमता के अनुसार बेहतरीन प्रयास करूंगा।’ -आईएएनएस