प्रियदर्शन निर्देशित हॉरर कॉमेडी फिल्म भूल भूलैया का सीक्वल भूल भूलैया 2, जो अनीस बज्मी द्वारा निर्देशित है, एक फ्रेश कहानी के साथ सामने आती है, हालांकि, कहानी के केंद्र में मंजुलिका का किरदार बरकरार रखा गया है, लेकिन, नए रूप में।
फिल्म की कहानी के केंद्र में राजस्थान का एक शाही परिवार है। इस परिवार की एक बेटी रीत हिमाचल प्रदेश में अपनी पढ़ाई पूरी करके घर लौट रही है। बस स्टैंड पर उसकी मुलाकात एक पंजाबी लड़के रूहान से हो जाती है। इसी बीच रीत को पता चलता है कि जिस लड़के से उसकी शादी होने जा रही है, वो तो उसकी बहन से प्यार करता है और दोनों शादी करना चाहते हैं।
इसी दौरान रूहान, रीत को कुछ घंटे अपने साथ जीने के लिए मना लेता है। इसके बाद रूहान और रीत देखते हैं कि जिस बस में वो जाने वाले थे, उसका एक्सीडेंट हो गया और सभी बस सवार मारे गए। रीत के परिवार को लगता है कि रीत मर चुकी है। रीत इस बात का फायदा उठाती है और रूहान को अपने साथ राजस्थान जाने के लिए मनाती है। रीत और रूहान उनकी पुरानी हवेली में रहने चले जाते हैं। इस हवेली में मंजुलिका की आत्मा को कैद करके रखा गया है।
पुरानी हवेली में किसी व्यक्ति के प्रवेश की ख़बर गांव में जंगल की आग सी फैलती है। रीत का पूरा परिवार पुरानी हवेली में एकत्र होता है। हवेली में परिवार की मुलाकात रूहान से होती है और यहां से गलतफहमियों का दौर शुरू होता है।
रूहान परिवार वालों को यकीन दिलाता है कि रीत मर चुकी है और वो रीत की आत्मा से बात कर सकता है। रूहान के आत्माओं से बात करने के किस्से मशहूर होने लगते हैं और रूहान जल्द ही रूह बाबा बन जाता है।
रूहान की असलियत से पर्दा उठाने के लिए गांव का पंडित परिवार जुट जाता है। पंडित परिवार बार बार रूहान का इम्तिहान लेता है और किस्मत हर बार रूहान का साथ देती है। पर, रूहान का मुश्किल दौर तो उस समय शुरू होता है, जब कुछ लोगों को पता चलता है कि रीत जिंदा है और रूहान मूर्ख बना रहा है। साथ ही, इसी बीच मंजुलिका की आत्मा भी उस रूम से बाहर आ जाती है, जहां उसे कैद किया गया था।
मंजुलिका की आत्मा ठाकुर परिवार के पीछे क्यों पड़ी है? क्या आत्माओं से बात करने वाला ढोंगी रूहान परिवार को मंजुलिका के तांड़व से बचा सकेगा ? क्या रीत का सच बाहर आने पर परिवार वाले रूहान और रीत को माफ कर पाएंगे? ऐसे तमाम सवालों के जवाब चाहिए तो फिल्म भूल भूलैया 2 देखिए।
रूहान के किरदार के लिए कार्तिक आर्यन का चयन एकदम सही लगता है। कार्तिक आर्यन कहीं भी अक्षय कुमार की कमी खलने नहीं देता। तब्बू ने भी रीत की भाभी के किरदार को बड़ी खूबसूरती के साथ निभाया है। रीत के किरदार में सुंदर सलोनी कियारा आडवाणी अच्छी लगती हैं। कार्तिक और कियारा को एक फ्रेम में देखकर दिल कहता है, जोड़ी हो तो ऐसी। इसके अलावा संजय मिश्रा, राजपाल यादव और अश्विनी कालसेकर के किरदार भी फिल्म को रोचक बनाते हैं।
इतना ही नहीं, लोगों के जेहन में पुराना किरदार न उभरकर आ जाए, इस बात को ध्यान में रखते हुए शूटिंग के दौरान कार्तिक आर्यन के पहनावे का रंग भी बदला गया, जबकि फोटो शूट के समय कार्तिक आर्यन को भूल भूलैया वाला ही पहनावा पहनाया गया।
एक सफल फिल्म का सीक्वल बनाते समय निर्देशन की जिम्मेदायिां बढ़ जाती हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि निर्देशक पर पिछली फिल्म के लेवल को बरकरार रखना या उससे आगे निकलने का एक अलग ही दबाव रहता है। यहां पर फिल्मकार अनीस बज्मी ने अपने निर्देशन से साबित किया कि वे निर्देशन के मामले में एक मंझे हुए खिलाड़ी हैं, जो पिछली से बेहतर डिलीवर करने की क्षमता रखते हैं।
भूल भूलैया 2 के साथ अच्छी बात यह है कि इसमें पुरानी फिल्म की बातों को दोहराया नहीं गया। इस फिल्म को एक फ्रेश स्टोरी के साथ तैयार किया गया है। फिल्म का स्क्रीन प्ले भी बेहतरीन ढंग से लिखा गया है, जो दर्शकों को बोर नहीं होने देता।
इसके अलावा इस हॉरर कॉमेडी में वे हर तरह का मसाला मौजूद है, जो एक हॉरर कॉमेडी फिल्म में होना चाहिए और आप इस फिल्म को परिवार में बैठकर देख सकते हैं, जो एक और अच्छी बात है। यदि आप हॉरर कॉमेडी फिल्म देखने के चाहक हैं, तो आपको भूल भूलैया 2 जरूरी देखनी चाहिए।