विवेक ओबरॉय ने राम गोपाल वर्मा की कंपनी से बॉलीवुड में कदम रखा, और एक बार फिर राम गोपाल वर्मा और विवेक ओबरॉय ‘राय’ में एक साथ काम करने जा रहे हैं। इस फिल्म में भी विवेक ओबरॉय पूर्व अंडरवर्ल्ड डॉन मुथप्पा राय की भूमिका निभाएंगे। और अभी विवेक ओबरॉय फिल्म ‘राय’ की तैयारियों में ही जुटे हुए हैं।
नकारात्मक भूमिका से जुड़े सवाल पर विवेक ओबरॉय कहते हैं कि ऐसी भूमिकाओं में मुझे सर्वाधिक मजा आता है। हालांकि, मैंने ऐसी भूमिकाएं कभी भी सोच समझकर नहीं चुनीं। हां, सच में गैंगस्टर की भूमिका निभाने में मुझे हमेशा मजा आता है। इससे जो उत्तेजना मुझे मिलती है, वह अवर्णनीय है।
अपने पुराने चरित्रों के बारे में बात करते हुए विवेक कहते हैं कि ‘कंपनी’ (2002) के चंदू, ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ के माया डोलस (2007) और ‘रक्तचरित्र’ (2010) के प्रताप राय काफी पसंद किए गए, और इन सभी चरित्रों की कई परतें थी।
आगे विवेक कहते हैं कि मैंने अपने फिल्मी करियर में विभिन्न किस्म की भूमिकाएं निभाई, जिनको पसंद भी किया गया है जैसे कि ‘साथिया’ का लवर ब्यॉय, ‘मस्ती’ का किरदार। मगर मुझे सबसे ज्यादा प्रशंसा नकारात्मक भूमिकाओं में मिली।
अनुभवी अभिनेता सुरेश ओबेरॉय के बेटे विवेक ओबेरॉय कहना है, “मैंने तीन ब्लॉकबस्टर फिल्मों में गैगस्टर की भूमिका निभाई और मेरे प्रशंसक मुझे इन भूमिकाओं में देखना काफी पसंद करते हैं। मेरे लिए यही सबसे बड़ी बात है।”
अपनी नई फिल्म ‘राय’ की तैयारियों को लेकर बातचीत करते हुए विवेक ने कहा, “इस रोल के लिए मैं अपने लुक के अलावा शारीरिक बनावट और चरित्र के मैनरिज्म की तैयारियों में जुटा हूं। मैंने उन लोगों से भी मुलाकात की है जो मुथप्पा राय को नजदीक से जानते हैं। इस फिल्म के लिए काफी होमवर्क करना पड़ रहा है।”
जब विवेक से पूछा गया कि क्या आप सोचते हैं कि बॉलीवुड में नकारात्मक भूमिकाओं के बारे में जो धारण बनी हुई है, उसमें बदलाव लाने की जरूरत है? तो इस पर विवेक ने कहा, “बिल्कुल, ऐसा होना चाहिए। मैं समझता हूं कि हम इसी रास्ते पर हैं। ‘कृष 3’ में मेरे द्वारा निभाई गई काल की भूमिका को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी।”
गौरतलब है कि पिछली बार भी बड़े पर्दे पर 2013 में विवेक ओबरॉय ‘कृष 3’ में रितिक रोशन, प्रियंका चोपड़ा और कंगना रनौत के साथ नकारात्मक भूमिका में देखे गए थे।
-आईएएनएस/दुर्गा चक्रवर्ती
फिल्मी कैफे टीम द्वारा संपादित