अभिनेता आमिर खान और साक्षी तंवर अभिनीत फिल्म दंगल रिलीज हो चुकी है। साथ में फिल्म का विरोध भी ट्विटर पर #BoycottDangal के नाम दम भरने लगा है। जो अच्छी बात है। अगर हम ऐसी फिल्मों का बॉयकाट नहीं करेंगे तो कैसी फिल्मों का बॉयकाट करेंगे।
अब हम जागरूक हो चुके हैं। हमको समझ आने लगा है। बच्चे थोड़ी ना रहे गए। यकीनन आमिर खान की फिल्म का बॉयकाट करना चाहिये। चलो हम समझते हैं कि किस बात के लिए आमिर खान की फिल्म दंगल का बॉयकाट करना चाहिये।
सबसे पहली जो एतराजजनक बात है, वो है पहलवान महावीर फोगट के जीवन पर फिल्म का बनना क्योंकि महावीर फोगट भारतीय हैं, कल तक उसको कोई नहीं जानता था, आज उसको सब जानने लगेंगे। फिल्म में दूसरी एतराज जनक बात यह है कि फिल्म महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है। ऐसा करने से तो पुरुष प्रधान देश शर्मिंदा हो जाएगा।
तीसरी एतराजजनतक बात तो यह है कि दंगल में नग्नता नहीं, अब फिल्म में नग्नता नहीं होगी तो फिल्म को परिवार में बैठकर आराम से दे सकते हैं, जो घातक है। फिल्म तो ऐसी होनी चाहिये जो चोरी छुपे जाकर सिनेमा हाल में देखी जाए।
चौथी बात जो खूब अखरती है कि फिल्म में खेल को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, ऐसे में भारत के युवा खेल के प्रति जागरूक हो सकते हैं, जो ख़तरे की घंटी है। फिल्म ऐसी होनी चाहिये, जो युवाओं को मटरगश्ती करना सिखाये। जवानी में मजे लूटना सिखाये।
पांचवीं बात तो कांटे की तरह चुभती है, वो यह है कि फिल्म निर्माता, निर्देशक, यूनिट मैंबर, कलाकार सभी भारतीय हैं, ऐसे में हमारा बॉयकाट करना तो बनता है। फिल्म तो विदेशी सितारों की होती है, टाइटैनिक देखो, जहाज डूब गया, वरना मजा आ जाता है। क्या अब भी आपको लगता है कि ऐसी फिल्म का बॉयकाट नहीं करना चाहिये।