मुंबई। दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि अति नाटकीयता और कम नाटकीयता जैसी कोई चीज नहीं होती और अभिनय मुख्य रूप से आवश्यक प्रारूप पर निर्भर करती है। नसीर ने अपनी आगामी फिल्म ‘वैटिंग’ की स्क्रीनिंग पर यह बात कही।
फिल्म की स्क्रीनिंग पर अपने किरदार को निभाने के बारे में नसीरुद्दीन ने कहा, “अति नाटकीयता और कम नाटकीयता सही शब्द नहीं है और जब मैं युवा कलाकारों के साथ काम करता हूं, तो इस बात पर जोर देता हूं कि इस तरह की चीजें न हो। किरदार में सही या गलत होता है। अगर आप अति नाटकीयता की बात करें, तो कथकली इसका सबसे खराब प्रारूप है।”
नसीरुद्दीन ने आगे कहा, “इस तरह का अभिनय एक निश्चित प्रारूप के लिए जरूरी होता है। वाणिज्यिक हिंदी सिनेमा के लिए एक विशेष अभिनय कला की जरूरत होती है और ‘वैटिंग’ इसी प्रकार की फिल्म है।”
वस्तु-विशेष पर आधारित फिल्मों में अपने दमदार अभिनय के लिए लोकप्रिय अभिनेता ने मुख्यधारा वाली फिल्मों में भी काम किया है और ‘त्रिदेव’ फिल्मों जैसे किरदार भी निभाए हैं।
‘वैटिंग’ फिल्म में उन्होंने वहीं शांतचित्त किरदार निभाया है, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, “मैं इस तरह के किरदारों में काफी सहज महसूस करता हूं, क्योंकि मैं अति नाटकीयता वाले किरदार नहीं कर सकता, जबकि कुछ कलाकार हैं, जो इसे काफी अच्छे से करते हैं।”
नसीरुद्दीन ने दर्शकों से ‘वैटिंग’ जैसी और अधिक फिल्मों का समर्थन करने के लिए कहा और फिल्मों में मनोरंजन से अधिक अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर भी ध्यान देने की गुजारिश की।
दिग्गज अभिनेता ने कहा कि इस फिल्म को काफी मुश्किल परिस्थितियों के तहत बनाया गया है और यह निर्माता और निर्देशक की क्षमता के कारण ही संभव हो पाया है।
अनु मेनन द्वारा निर्देशित फिल्म में कल्की कोचलीन भी हैं और यह 27 मई को रिलीज होगी।
-आईएएनएस