फंस गए रे ओबामा’ और ‘जॉली एलएलबी’ जैसी शानदार व्यंगात्मक हास्यकारक और कम बजट फिल्में बना चुके फिल्मकार सुभाष कपूर अब की बार प्रथम श्रेणी के स्टार अक्षय कुमार के साथ बड़े पर्दे पर आए हैं। ऐसे में फिल्म जॉली एलएलबी 2 से उम्मीदें और बढ़ जाती हैं।
हालांकि, जॉली एलएलबी 2 बनाते समय समय सुभाष कपूर ने जॉली एलएलबी का मसाला ही रखा है। ऐसा भी कह सकते हैं कि सब्जियों में बदलाव हुआ है, मसाले में नहीं।
फिल्म जॉली एलएलबी 2 की कहानी कानपुर का रहने वाला वकील जगदीश्वर मिश्रा उर्फ जॉली (अक्षय कुमार) की, जो वकालत से अधिक वकीलों के घरों के कार्य करने में मस्त रहता है। लेकिन, जॉली को हिना (सयानी गुप्ता) की आत्महत्या की बात अंदर से झकझोर कर रख देती है, जिसके साथ जॉली जालसाजी करता है। इसके बाद जॉली उसका केस को लड़ने का फैसला करता है, जिसमें जॉली को पत्नी पुष्पा (हुमा कुरैशी) का साथ मिलता है। जॉली का मुकाबला न्यायाधीश सुंदरलाल त्रिपाठी (सौरव शुक्ला) की अदालत में लखनऊ के सबसे बड़े वकील में से एक प्रमोद माथुर (अन्नू कपूर) से होता है। इसके बाद जो होता है, वो देखने लायक है।
जॉली एलएलबी में हिट एंड रन केस था तो इस बार अदालतीय कार्रवाई के दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के साथ आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को शामिल किया गया है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि सुभाष कपूर का निर्देशन बेहतरीन है। हालांकि, फिल्म जॉली एलएलबी 2 को और अधिक मजेदार व्यंगात्मक बनाया जा सकता था। अक्षय कुमार का अभिनय शानदार है। दरअसल, ऐसे किरदारों में अक्षय कुमार रच मिच जाते हैं। सौरव शुक्ला और अन्नू कपूर का अभिनय गजब का है। हुमा कुरैशी का किरदार छोटा है। लेकिन, प्रभावशील है।
निर्देशक सुभाष कपूर ने साथ सुथरे संवादों के साथ दर्शकों को हंसाने के लिए वास्तविक परिस्थितियों का बेहतरीन क्रिएशन किया है और कलाकारों ने भी बाखूबी अपने किरदारों को निभाया है, जो फिल्म को मजेदार बनाता है।
यदि आप जॉली एलएलबी 2 की तुलना जॉली एलएलबी से करेंगे तो आप थोड़ा सा कम मजा ले पाएंगे क्योंकि दोनों को बनाने की प्रक्रिया एक जैसी ही है। वैसे जॉली एलएलबी 2 एक साफ सुथरी पारिवारिक मनोरंजक फिल्म है। इस फिल्म को देखने के बाद आप कहेंगे कि वैसा वसूल है।
हमारी तरफ से अक्षय कुमार अभिनीत जॉली एलएलबी 2 को तीन स्टार दिए जाते हैं। फिल्म जॉली एलएलबी 2 को देखना बिलकुल बुरा सौदा साबित नहीं होगा।