मुम्बई। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि अचानक 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने से देश में किस तरह की स्थिति बनी हुई है। इसमें कोई शक नहीं कि काले धन के खिलाफ हर कोई युद्ध लड़ना चाहता है, लेकिन केंद्र सरकार के आम जन जीवन को अस्त व्यस्त कर देने वाले फैसले के खिलाफ लोग अपने अपने स्तर पर गुस्सा उगल रहे हैं।
बिना किसी ठोस तैयारी के देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यकायक उठाए कदम से फिल्म और टीवी अभिनेता नीरज भारद्वाज काफी निराश नजर आए। अभिनेता ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी का कदम कोई नयी सोच का प्रतीक नहीं बल्कि इस बारे में तो डॉ.बाबा साहेब आम्बेडकर बहुत पहले कह चुके हैं। लेकिन, इनकी बेइंतजामी के कारण लोगों का जीवन मुश्किल हो चुका है।’
फिल्म और टीवी अभिनेता नीरज भारद्धाज आगे कहते हैं, ‘सरकार के पास इतने बड़े बड़े अर्थशास्त्री हैं, उनसे सलाह करनी चाहिए थी। कुछ नहीं तो सरकार को घोषणा करनी चाहिए थी कि देश में दो हज़ार का नया नोट आ रहा है और पाँच सौ का नया नोट आ रहा है जोकि लोगों को बैंकों में इस तारीख से मिलेगा और उसके बाद नोट छापकर जिस तरह दो दिन बैंक बंद किया था, बंद करके बैंकों में और एटीएम को दुरुस्त करके उसमें भी पंहुचा देते और बाद में नोट बंदी करते तो यह ना होता। सरकार की बिना तैयारी के निर्णय के कारण देश में अफरा तफरी का माहौल बना है। आज मैं क्या, देश क्या? संसार में किसी से पूछेंगे तो सभी कहेंगे कि वे काले धन, भ्रष्टाचार, आतंकवाद के खिलाफ है। मैं और पूरा देश मोदीजी का समर्थ करते हैं, लेकिन यह सरकार की बिना तैयारी के निर्णय देश की जनता के साथ खिलवाड़ जैसा है। आज जो बाज़ारों में प्रतिदिन करोड़ों का नुकसान हो रहा है और पता नहीं कितने महीने में सुधरेगा? क्या वह वापस आएगा? हर दिन नई-नई घोषणा होती है, कहाँ तक आम आदमी सरकार की घोषणा पर भरोसा करे?’
आगे नीरज भारद्धाज कहते है, ‘आज देश की पूरी जनता अपने खून पसीने की कमाई लेने के लिए प्रतिदिन काम धंधा छोड़कर लाइन में कड़ी है, जबकि सरकार को पता है कि काला धन केवल २५ प्रतिशत लोगों के पास है। आज जो विरोध करे वह मोदी के खिलाफ है, वह देश भक्त नहीं है, अरे भाई कोई भी उनके खिलाफ नहीं है, सरकार की नीतिओं के खिलाफ है। कुछ गंदी मछलियों पकड़ने के लिए पूरा तालाब सुखाना कहां की अकलमंदी है? आजकल आता है कि देश के लिए परिवार छोड़ दिया। तो क्या सभी लोग अपने परिवार को छोड़ दें? सभी लोग अपनी जिम्मेदारी तो छोड़कर नहीं भाग सकते। ना मैं कांग्रेसी हूँ और ना ही बीजेपी का हूँ, जो जनता के हित में काम करेगा, मैं उसके साथ में हूँ। भाषण, घोषणा और प्रचार बहुत हो गया, अब लोगों को एक्शन चाहिए जिससे उनको राशन मिले और ठीक से खा पी सके।’