आते जाते खूबसूरत अवारा सड़कों पे
कभी कभी इत्तेफाक से, कितने अनजान लोग मिल जाते हैं
उनमें से कुछ भूल जाते हैं, कुछ याद रह जाते हैं
गीतकार आनंद बक्षी की कलम से निकला खूबसूरत गीत, फिल्म ओके जानू की कहानी पर बिलकुल फिट बैठता है।
आदि और तारा की खूबसूरत मुलाकात एक विवाह समारोह में होती है। दोनों एक दूसरे से दोस्ती कर लेते हैं। दोनों के अपने अपने सपने हैं। शादी न करने का वादा करके दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगते हैं।
अचानक तारा को आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जाने का ऑफर मिलता है। उधर, तारा को विदेश की जाने की खुशी होती है तो इधर आदित्य को तारा के दूर जाने से खालीपन खाने लगता है।
अब मौज मस्ती भरी लिव इन रिलेशनशिप तारा आदित्य को ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है। जहां पर उनको दिल और दिमाग में से किसी एक के साथ जाना होगा।
आदित्य और तारा, जो एक दूसरे के प्यार में पड़ चुके हैं, इस मुश्किल भरे दौर से किस तरह निपटते हैं? इस समय कौन उनको मार्गदर्शन देता है? क्या आदित्य और तारा वैवाहिक जीवन के लिए तैयार हो जाएंगे? कई सवाल हैं, जो फिल्म देखने पर आसानी से मिल जाएंगे।
वैसे तो बॉलीवुड रोमांटिक फिल्मों की तरह ओके जानू की कहानी में रोमांस, प्यार, ब्रेकअप और पैचअप सब कुछ है। लेकिन, हर कहानी का अपना एक एहसास होता है। हर निर्देशक का अपना प्रस्तुतिकरण। यकीनन, ऐसे में फिल्मकार शाद अली के सामने सबसे बड़ी चुनौती फिल्म का प्रस्तुतिकरण होगी।
13 जनवरी 2017 को रिलीज होने जा रही ओके जानू में श्रद्धा कपूर, आदित्य रॉय कपूर, नसीरुद्दीन शाह, लीला सैमसन ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।