क्‍या बड़े पर्दे पर उम्र का भेदभाव अस्‍त होने की ओर?

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बॉलीवुड में एक आम धारणा है कि हीरो बड़ी उम्र का चल सकता है। लेकिन बड़ी उम्र की हीरोइन के साथ कम उम्र का हीरो चलना मुश्‍किल है। इसलिए तो ज्‍यादातर अभिनेत्रियां पांच साल के बाद गायब हो जाती हैं या फिर लीड रोल को तरसती रहती हैं। लेकिन, इस इंडस्‍ट्री में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो रिस्‍क लेना जानते हैं।

Ae Dil Hai Mushkil 002

इस दीवाली पर रिलीज होने जा रही ‘ए दिल है मुश्‍किल’ में ऐश्‍वर्या राय बच्‍चन के साथ रणबीर कपूर को उतार कर करन जौहर ने एक तरह का रिस्‍क लिया है। मगर, ‘ए दिल है मुश्‍किल’ का टीजर देखने के बाद लगता है कि करन जौहर ने सही रिस्‍क लिया है। ऐसा नहीं कि रणबीर कपूर पहली बार किसी बड़ी उम्र की अभिनेत्री के साथ बड़े पर्दे पर रोमांस करने जा रहे हैं। इससे पहले भी रणबीर कपूर बड़े पर्दे पर बिपाशा बसु के साथ काम कर चुके हैं, बचना ऐ हसीनो में।

Baar Baar Dekho 2

ऐसा नहीं कि करन जौहर ने सिर्फ स्‍वयं निर्देशित फिल्‍म ‘ए दिल है मुश्‍किल’ के लिए रिस्‍क लिया। बल्‍कि करन जौहर ने अपने बैनर की फिल्‍म बार बार देखो में भी इस तरह का रिस्‍क लिया है, जिसमें कैटरीना कैफ के साथ सिद्धार्थ मल्‍होत्रा रोमांस करते हुए नजर आएंगे। ‘बार बार देखो’ के ट्रेलर को काफी पसंद किया जा रहा है। सिद्धार्थ कैटरीना कैफ के साथ काफी बेहतरीन तालमेल बिठाने में सफल रहे हैं।

इस साल निर्देशक आर बाल्‍की ने ‘की एंड का’ में करीना कपूर और अर्जुन कपूर की जोड़ी को उतारा। पहले तो लग रहा था कि आर बाल्‍की ने स्‍टार कास्‍ट चुनने में गलती कर दी। मगर, करीना कपूर की हॉटनेस और चुलबुले किरदार ने बड़े पर्दे से उम्र के फर्क को लुप्‍त कर दिया। अर्जुन कपूर और करीना कपूर की जोड़ी को खूब पसंद किया गया।

Fitoor Film

काई पो छे निर्देशक अभिषेक कपूर ने फितूर के जरिये बड़े पर्दे पर आदित्‍य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ को उतारा। हालांकि, फिल्‍म फितूर बॉक्‍स ऑफिस पर बेहतर बिजनस करने में असफल रही। लेकिन कैटरीना कैफ और आदित्‍य रॉय कपूर की जोड़ी को काफी सराहा गया।

ki-and-ka exclusive official trailer

कुछ समय पहले यशराज बैनर्स ने अर्जुन कपूर और रणवीर सिंह अभिनीत फिल्‍म गुंडे में प्रियंका चोपड़ा को फिट करने का रिस्‍क लिया था। रणवीर सिंह और प्रियंका चोपड़ा की जोड़ी इतनी अच्‍छी लगी कि लोगों को उम्र का फर्क कहीं नजर नहीं आया।

यह सब फिल्‍में बताती हैं कि यदि फिल्‍म की स्‍टोरी लाइन, कॉस्‍ट्यूम और सिनेमाटोग्राफी बेहतरीन हो तो बहुत कुछ छुप सकता है। और कुछ मिथ्‍याएं टूट सकती हैं, जिनका टूटना जरूरी है। यदि एक एक्‍टर 55 साल की उम्र में भी लीड रोल कर सकता है तो एक अभिनेत्री क्‍यों नहीं? उम्‍मीद करते हैं कि आगे भी कुछ इस तरह के प्रयोग किए जाएं, ताकि रोमांस के लिए अलावा अनुभवी अभिनेत्रियों को निखरते संवरते बड़े पर्दे पर देखने का रुझान बना रहे।