गायक और अभिनेता हरदीप गरेवाल की अगली पंजाबी फिल्म सिक्स ईच 14 मार्च 2025 को रिलीज होने जा रही है। हालांकि, इसी दिन एक और पंजाबी फिल्म मिठ्ठड़े भी रिलीज होने जा रही है, जो कि पहले 21 मार्च 2025 को रिलीज होने वाली थी।

अंबरदीप सिंह द्वारा निर्देशित मिठ्ठड़े की रिलीज डेट में हुए फेरबदल के कारण हरदीप गरेवाल काफी आहत नजर आए। असल में, हरदीप गरेवाल और उनकी टीम चाहती थी कि उनकी फिल्म सिक्स ईच बॉक्स ऑफिस पर सोलो पंजाबी फिल्म रिलीज हो, इसलिए उनकी टीम ने काफी सोच-विचार कर रिलीज डेट चुनी थी।
लेकिन, अब जब रिलीज डेट नजदीक आई तो बॉक्स ऑफिस का परिदृश्य ही बदल गया क्योंकि अंबरदीप सिंह द्वारा निर्देशित मिठ्ठड़े भी 14 मार्च को रिलीज होने जा रही है।
इस मौके पर लाइव हुए हरदीप गरेवाल ने खुलकर अपनी बात रखी और उसी डेट पर दूसरी पंजाबी फिल्म के रिलीज होने पर गहरी चिंता भी प्रकट की। हालांकि, हरदीप गरेवाल ने पंजाबी सिनेमा जगत से जुड़े लोगों से अपील की कि ऐसे टकराव से बचना चाहिए क्योंकि कहीं न कहीं अपनी फिल्म इंडस्ट्री को नुकसान होता है। हालांकि, अभिनेता गरेवाल ने आशंका प्रकट की कि इसके पीछे मुम्बई वाले फिल्म डिस्ट्रीब्यूटरों का दिमाग हो सकता है।
दर्शकों से अपील करते हुए कहा कि आप मेरे साथ हमदर्दी न रखें बल्कि हमारा साथ दें, ताकि नए लोग पंजाबी फिल्म जगत में अच्छे विषयों पर फिल्म बनाने के लिए उत्सुक हों। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इंडस्ट्री में सभी को एक-दूसरे के प्रति सम्मान और समन्वय बनाए रखना चाहिए ताकि दोनों फिल्मों की सफलता पर कोई नकारात्मक असर न पड़े।
वैसे देखा जाए तो गरेवाल की बात में दम तो है, लेकिन सिनेमा भी एक कारोबार है, और हर कोई यहां पैसा कमाने के लिए आता है। मिठ्ठड़े फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर भी कमाना चाहते हैं।
21 मार्च 2025 को मिठ्ठड़े रिलीज हो सकती थी, लेकिन 28 मार्च 2025 को सलमान खान अभिनीत सिकंदर रिलीज होने वाली है, जो एक दिन एडवांस में भी रिलीज हो सकती है, ऐसे में मिठ्ठड़े को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
गरेवाल ने एक और बात कही कि फिल्म मिठ्ठड़े 14 मार्च की बजाय 7 मार्च को रिलीज कर सकते थे, लेकिन 7 मार्च को रिलीज करने के लिए तैयारी और प्रचार की जरूरत होती है। इस समय बॉक्स ऑफिस पर छावा नामक तूफान चल रहा है।
हालांकि, मिठ्ठड़े के जॉनर के हिसाब से फरवरी का महीना मिठ्ठड़े को रिलीज करने के लिए अच्छा महीना था, क्योंकि फिल्म स्कूल टाइम लव और दोस्ती को प्रकट कर रही है।
वहीं, दूसरी ओर सिक्स ईच का विषय पूरी तरह अलग है, और दोनों का दर्शक वर्ग भी अलग ही होगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि जिन लोगों ने तुनका तुनका देखी है, और तुनका तुनका का समर्थन किया था, उनमें से ज्यादातर लोग हरदीप गरेवाल की सिक्स ईच देखना पसंद करेंगे।
फिल्म सिक्स ईच का ट्रेलर काफी शानदार तरीके से कट किया गया है। ट्रेलर कहानी के सस्पेंस को बरकरार रखता है। इस अपील के बाद दर्शक हरदीप गरेवाल के साथ थोड़ा सा और कनेक्ट होंगे। फिर भी जैसे कि हरदीप गरेवाल ने कहा कि हम अपने फैसले पर डटे रहेंगे। असल में उनको डटे रहना ही होगा क्योंकि प्रादेशिक फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष कर अपनी जगह बनानी होती है।
सबसे शानदार सिनेमाओं में एक मलयालम सिनेमा है, जहां पर पिछले साल लगभग दो सौ से ज्यादा फिल्में रिलीज हुई, जबकि वर्ष में शुक्रवार तो 52 ही हैं।
यदि पंजाबी सिनेमा भी प्रफुल्लित होता है, तो बॉक्स ऑफिस पर टकराव की संभावनाएं बनी रहेंगी। हिंदी सिनेमा में ऐसे कई मौके आए हैं, जहां पर बड़े स्टारों की फिल्में एक साथ रिलीज हुई और दोनों को अच्छे दर्शक मिले।
जब अजय देवगन फिल्म जगत में फूल और कांटे से कदम रख रहे थे, तभी यशराज बैनर की लम्हे रिलीज हुई। आशंकाएं थीं कि अजय देवगन बॉक्स ऑफिस पर आते ही खत्म हो जाएंगे क्योंकि अनिल कपूर और श्रीदेवी अभिनीत फिल्म लम्हे बड़े बैनर की फिल्म है, दोनों सितारे भी चर्चित हैं। पर, फूल और कांटे ने एक नया सुपरस्टार दे दिया और लम्हे बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई। कभी-कभी बॉक्स ऑफिस पर टकराव भी जरूरी होते हैं क्योंकि दर्शकों के पास एक विकल्प होता है।
अच्छी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर दर्शक मिलते हैं, पर, प्रादेशिक फिल्मों के पास दर्शक भी कम और स्क्रीनें भी कम होती हैं, इसलिए उन्हें मौखिक प्रचार से सफलता मिलती है। गुजराती फिल्म उद्योग में फिल्मों को सफल होने के लिए दो से तीन हफ्ते लगते हैं। पहले हफ्ते में केवल मौखिक प्रचार होता है, दूसरे हफ्ते में दर्शक आने लगते हैं और तीसरे हफ्ते में फिल्म चाल पकड़ती है। हालांकि, अच्छे प्रचार प्रसार और निर्देशक वाली फिल्मों को शुरुआती सप्ताह में अच्छे दर्शक मिल जाते हैं।
चलते-चलते, हरदीप गरेवाल को घबराने की जरूरत नहीं। अगर फिल्म का निर्देशन और कहानी दोनों बेहतरीन हुए, तो सिक्स ईच को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। साथ ही, प्रादेशिक सिनेमा की छोटी फिल्मों पर हिंदी फिल्म जगत की बाज नज़र रहती है, ताकि सफल होने पर उनका सीक्वल बनाया जा सके। हालांकि, कुछ निर्देशक और अभिनेता ऋषभ शेट्टी जैसे जिद्दी भी होते हैं, जो कंतारा जैसी फिल्म बनाकर उसे डब करके पैन इंडिया रिलीज करने का साहस रखते हैं।