निर्माता निर्देशक अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित साइकोलॉजिकल थ्रिलर ‘रमन राघव 2.0’ कई फिल्म समारोह में धूम मचाने के बाद भारतीय सिनेमा घरों में पहुंच चुकी है। अनुराग कश्यप को डार्क फिल्म निर्माता कहा जाता है क्योंकि उनकी फिल्मों में जीवन के अंधेरे पक्ष को बाखूबी से रखा जाता है।
भले ही निर्देशक के रूप में उनकी बॉम्बे वॉलवेट सिने खिड़की पर कुछ दिन न टिक पाई हो, लेकिन, उनकी ‘रमन राघव 2.0’ फिल्म उनके भीतर की प्रतिभा अभी तक जिन्दा है, का साबूत देती है। हालांकि, कोई भी फिल्म किसी एक व्यक्ति के कारण सफल या असफलता नहीं होती, उसमें फिल्म की पूरी टीम का योगदान होता है।
फिल्म ‘रमन राघव 2.0’ का लेखन वासन बाला और अनुराग कश्यप ने मिलकर किया है। यह बायोपिक फिल्म नहीं बल्कि रमन नामक सीरियल किलर के जीवन से प्रभावित फिल्म है, जिसने 60 के दशक में 40 से अधिक लोगों को मुम्बई में मौत के घाट उतार दिया था।
फिल्म ‘रमन राघव 2.0’ की कहानी को दो किरदारों के बीच बुना गया है, जिसमें एक रमन और दूसरा राघव है। एक सीरियल किलर तो दूसरा सख्त मिजाज का पुलिस अधिकारी। दोनों की मानसिकता एक जैसी है, जो फिल्म की कहानी के साथ साथ सामने आती है। दोनों के लिए हत्याएं करना कोई बड़ी बात नहीं, बल्कि हत्या करने में मजा आता है।
फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने काफी बेहतरीन तरीके से किया है, जो पटकथा की कमियों को छुपाने में काफी कारगार साबित होता है। नवाजुद्दीन सिद्दिकी का अभिनय तो हर बार की तरह अद्भुत है। मसान अभिनेता विक्की कौशल ने अपने किरदार को बाखूबी निभाया। हालांकि, नवाजुद्दीन सिद्दिकी के साथ उनकी तुलना नहीं की जा सकती, क्योंकि सिद्दिकी का अभिनय अभिनय का चर्म है।
अनुराग कश्यप ने इस फिल्म को वर्तमान के फ्रेम में फिट करते हुए बनाया है, जो काफी अच्छी बात है। फिल्म के डरावने सीन तो ठीक फिल्म की खामोशी भी आपको सहमने पर मजबूर कर सकती है। फिल्म का संपादन बेहतरीन है, हालांकि, इसको थोड़ा सा और कम किया जा सकता था। फिल्म में ठोस कहानी न होने के कारण फिल्म की लंबी चुभती है।
क्यों देखनी चाहिए? यदि आप को मनोविज्ञान आधारित थ्रिलर फिल्म अच्छी लगती हो। यदि आप अनुराग कश्यप के निर्देशन में नवाजुद्दीन सिद्दिकी और विक्की कौशल का अभिनय देखना चाहते हैं।
क्यों नहीं देखनी चाहिए? यदि आप सिनेमा केवल मनोरंजन के लिए देखते हैं। यदि आप मानसिक अवस्था को विचलित करने वाली परिस्थितियां देखने के बाद लंबे समय तक उसमें से उभर नहीं पाते हैं।
फिल्म रमन राघव 2.0 को बेहतरीन अभिनय, निर्देशन और सिनेमाटोग्राफी के लिए हमारी तरफ से ढ़ाई स्टार मिलते हैं। हमारी राय सभी पर लागू नहीं होती क्योंकि सबका अपना अपना एक नजरिया होता है।
- नील महादेव