इस सप्ताह बड़े बजट की कोई फिल्म रिलीज नहीं हुई। हालांकि, हॉलीवुड की फिल्म ‘कैप्टन अमेरिका – सिविल वार’ रिलीज हुई है। मगर, भारतीय सिनेमा की तरफ से बॉक्स ऑफिस पर टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर की ‘बागी’ अंगद की तरह पैर जमाए हुए है।
मगर, इस बीच स्वर्गीय निर्देशक राजेश पिल्लई की निर्देशित फिल्म ‘ट्रैफिक’ रिलीज हुई। वास्तविक घटना आधारित इस फिल्म में मनोज बाजपेयी, जिम्मी शेरगिल, प्रसन्नजित चटर्जी, दिव्या दत्ता जैसे सधे हुए अदाकार हैं।
मलयालम और तमिल में जबरदस्त सफलता हासिल करने के बाद इस फिल्म को हिन्दी में बनाने की योजना बनाई गई थी। कहानी के केंद्र में मुम्बई पुणे मार्ग को रखा गया। कहानी की बात करें तो फिल्म में ट्रैफिक हवलदार को मुम्बई से पुणे तक धड़कते हुए दिल को समय पर पहुंचाने के लिए रास्ते को आसान बनाने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है और ट्रैफिक हवलदार गड़बोले अपने चरित्र पर लगे घुसघोरी के दाग को मिटाने के लिए जिम्मेदारी को चुनौती के रूप में लेते हैं। हम सबको पता है कि धड़कता हुआ दिल समय पर अपने टिकाने पर पहुंच जाएगा, और मिशन सफल हो जाएगा, मगर, जो इस सफर के दौरान रोमांच पैदा किया गया है, वे देखने लायक है।
कहानी में बहुत व्यस्त फिल्म स्टार जो परिवार को समय नहीं देता पाता, एक मध्यवर्गीय परिवार जो अपना युवा बेटा खो देता है, फिल्म स्टार की पत्नी जो अपनी बच्ची की जिन्दगी के लिए दूसरों की मिन्नतें करती है, पुलिस विभाग जो मिशन को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारी उठता है। भावनाओं से लबरेज कहानी रोमांच और रहस्य के साथ आगे बढ़ती है।
निर्देशन की बात करें तो उम्दा निर्देशन है। पटकथा में कसावट है। फिल्म को नाटकीय रूप से देने से निर्देशक बचा है। फिल्म को पूरी तरह वास्तविकता के आस पास रखा गया है। निर्देशन के लिए राजेश पिल्लई को बधाई देनी बनती है, भले ही आज वे हमारे बीच नहीं हैं।
अभिनय की बात करें तो मनोज बाजपेयी मराठी रंग रूप में ढलते जा रहे हैं। पिछली फिल्म में मराठी प्रोफेसर का किरदार तो ट्रैफिक में मराठी ट्रैफिक हवलदार का किरदार। मनोज बाजपेयी ने किरदार में पूरी तरह डूबकर अभिनय किया है। फिल्म में अन्य कलाकारों जैसे सुपरस्टार प्रसन्नजित चटर्जी, सुपरस्टार की पत्नी दिव्या दत्ता, पुलिस अधिकारी जिम्मी शेरगिल, डॉक्टर परम्ब्राता चैटर्जी ने भी बेहतरीन अभिनय किया है।
अगर आप बड़े बजट की फिल्मों की बजाय छोटे बजट की अच्छी फिल्मों को देखना पसंद करते हैं तो ट्रैफिक एक बेहतरीन फिल्म है। फिल्मी कैफे की तरफ से आप इस फिल्म को पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं। हार्ट सर्जरी के अलावा भी फिल्म में काफी कुछ है। हो सकता है कि फिल्म देखने के बाद हृदय परिवर्तन हो जाए।