मुम्बई। इनदिनों युवा महिला फिल्मकार सारा रोजिक की ‘द अदर पेअर’ नामक शॉर्ट फिल्म वायरल हो रही है। छह मिनट की इस शॉर्ट फिल्म में सारा रोजिक बहुत गंभीर बात को सहजता से उठाती हैं, जो काबिलेतारीफ है।
यकीनन, महात्मा गांधी के जीवन के एक घटनाक्रम से प्रेरित शॉर्ट फिल्म द अदर पेअर देखने के बाद आपका दिल करुणा, वेदना और प्रेम से भर जाएगा।
इस फिल्म की कहानी एक गरीब बच्चे की चप्पल टूटने से शुरू होती है। अचानक उसकी झुंझलाहट और उसका दर्द खुशी में बदल जाता है, जब उसकी नजर एक बच्चे के महंगे काले चमकदार जूतों पर पड़ती है, जो प्लेटफॉर्म की तरफ बढ़ रहा है। कुछ पलों के बाद प्लेटफॉर्म पर एक ट्रेन आती है, जहां पर यह दृश्य घटित हो रहा है। अमीर बच्चे का काला चमकदार जूता ट्रेन में चढ़ते वक्त पैर से फिसल जाता है। और गरीब बच्चा उस छूटे हुए जूते को उठाने के लिए दौड़ता हुआ जूते के पास पहुंचता है।
इसके बाद जो घटित होता है, यकीनन देखने लायक है। 20 वर्षीय निर्देशिका साराह रोजिक ने बिना किसी संवाद के एक रोचक, दिल छू लेने वाली कहानी दर्शकों के सामने रखी, जो रूह का संवाद बनाती है। आंखों के रास्ते भावना बनकर दिल में उतरती है।
फिल्म में मुख्य भूमिका में अली रोजिक और उमर रोजिक ने निभाई है। फिल्म का स्क्रीनप्ले मोहम्मद मेहर ने लिखा है। फिल्म का संपादन इमन समीर ने किया है। बैकग्राउंड में सुनाई दे रहा संगीत मोहम्मद हासन का है।